माताजी ने खुद पहाड़ी पर दुबारा स्थापित करवाया मंदिर - Chamunda Mata Mandir Khandela in Hindi

माताजी ने खुद पहाड़ी पर दुबारा स्थापित करवाया मंदिर - Chamunda Mata Mandir Khandela in Hindi, इसमें पहाड़ी पर स्थित चामुंडा माता के मंदिर की जानकारी है।

Chamunda Mata Mandir Khandela in Hindi

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खंडेला नगरी अपनी ऐतिहासिक धरोहरों के साथ-साथ धार्मिक विरासतों के लिए भी जानी जाती है। इन्हीं धार्मिक विरासतों में शामिल है चामुण्डा माता का मंदिर। यह मंदिर खंडेला की पहाड़ियों में स्थित है।

चामुण्डा माता कई समाजों की कुलदेवी के रूप में पूजी जाती है। चामुण्डा माता का मंदिर भारतवर्ष में फैले लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है। लोग यहाँ पर अपनी आराध्य देवी के दर्शनों के साथ-साथ जात जडूले के लिए आते रहते हैं।

माताजी का यह मंदिर खंडेला कस्बे की पश्चिम दिशा में चारोड़ा धाम से आगे स्थित एक पहाड़ी पर स्थित है। पहाड़ी के ऊपर मंदिर तक जाने के लिए एक पथरीली सड़क बनी हुई है।

पहाड़ी पर ऊपर जाने पर मंदिर दिखाई देता है। मंदिर के आसपास बंदरों की बहुतायत है। मुख्य गर्भगृह के सामने बड़ा हॉल बना हुआ है जिसे सभामंड़प कहा जा सकता है। गर्भगृह में चार देवियाँ विराजित है।

मंदिर के बाहर से पूरा खंडेला कस्बा दिखाई देता है। यहाँ से देखने पर खंडेला नगरी का एक अलग ही रूप दिखाई देता है जिसे शब्दों में बता पाना काफी मुश्किल है।

मंदिर के इतिहास के सम्बन्ध में अगर बात की जाए तो पता चलता है कि आज से लगभग पाँच सौ वर्ष पहले तक यह मंदिर खंडेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में ही स्थित था।


जब मंदिर के पास शवदाह होने लगा तो एक रोज पुजारी को स्वप्न में माताजी के दर्शन हुए। स्वप्न में माताजी ने पुजारी को कहा कि मुझे मुर्दों की दुर्गंध आती है, तुम एक परात चूना और जल का घड़ा सामने की पहाड़ी पर ले जाकर मेरा मंदिर बनवाओ।

कहते हैं कि माताजी के चमत्कार से केवल एक परात चूने और एक घड़े पानी से माताजी का मंदिर बनवाया गया। ये चमत्कारी मंदिर आज भी पहाड़ी पर मौजूद है।

इस प्रकार लगभग पाँच सौ वर्ष पूर्व यह मंदिर अपने मूल स्थान से यहाँ पहाड़ी पर पुनर्स्थापित हुआ। पहले यह मंदिर आकार में छोटा हुआ करता था परन्तु अब इसका जीर्णोद्धार होने से यह विस्तृत रूप लेता जा रहा है।

नवरात्रि के समय यहाँ पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठी होने लग जाती है। इन श्रद्धालुओं में स्थानीय लोगों के साथ-साथ सम्पूर्ण भारत से आने वाले श्रद्धालु भी शामिल होते हैं।

कहते हैं कि जो भी कोई सच्चे मन से यहाँ आता है उसकी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती है। अगर आप धार्मिक होने के साथ-साथ घूमने के भी शौकीन हैं तो आपको यह जगह अवश्य देखनी चाहिए।

चामुंडा माता मंदिर की मैप लोकेशन - Map Location of Chamunda Mata Mandir



चामुंडा माता मंदिर का वीडियो - Video of Chamunda Mata Mandir



चामुंडा माता मंदिर की फोटो - Photos of Chamunda Mata Mandir


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लेखक (Writer)

रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}

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डिस्क्लेमर (Disclaimer)

इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
रमेश शर्मा

मेरा नाम रमेश शर्मा है। मुझे पुरानी ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देखना, इनके इतिहास के बारे में जानना और प्रकृति के करीब रहना बहुत पसंद है। जब भी मुझे मौका मिलता है, मैं इनसे मिलने के लिए घर से निकल जाता हूँ। जिन धरोहरों को देखना मुझे पसंद है उनमें प्राचीन किले, महल, बावड़ियाँ, मंदिर, छतरियाँ, पहाड़, झील, नदियाँ आदि प्रमुख हैं। जिन धरोहरों को मैं देखता हूँ, उन्हें ब्लॉग और वीडियो के माध्यम से आप तक भी पहुँचाता हूँ ताकि आप भी मेरे अनुभव से थोड़ा बहुत लाभ उठा सकें।

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